Today and Tomorrow : हत्या एक और दो ने किया सरेंडर
Crime Story : नाजायज इश्क का अंजाम
महत्वकांक्षाएं अक्सर इंसान की जिंदगी में तूफान लाती है. महत्वकांक्षा बुद्धि को नष्ट कर देती है. अपनी इच्छाओं को पूरा करने के लिए इंसान किस हद तक जा सकता है. यह इस कहानी से पता चलता है. जुली एक महत्वकांक्षी महिला थी. वह एक मध्यवर्गीय परिवार से थी, लेकिन उसके सपने आसमान को छूने के थे. कुछ साल पहले उसकी शादी जाॅनसन के साथ हुई थी. शादी के बाद जुली भी आम मध्यवर्गीय महिलाओं की तरह जीवन बिताने लगी. उसके दो बच्चे भी थे, लेकिन कुछ दिनों में ही वह अपने जीवन से परेशान हो गई. उसे लगता था वह सिर्फ दाल-रोटी और रसोई घर में खटने के लिए नहीं बनी है, जिंदगी में वह जो चाहती थी वह उसे नहीं मिल रहा है.
आर्थिक अभाव की वजह से पति-पत्नी में तनाव बढ़ने लगा. जाॅनसन उसे समझाता कि जितनी उसकी कमाई है उसी में संतोष करना सीखों, पर जुली के दिलो दिमाग पर अपनी महत्वकांक्षाएं हावी होती जा रही थी.
एक दिन जुली ने तय किया कि अपने सपनों को पूरा करने के लिए वह भी नौकरी करेगी. वह नौकरी की तलाश में घर से निकल पड़ी.
एक दिन जुली एक रेस्टोरेंट में बैठे चाय की चुस्की ले रही थी, तभी उसकी मुलाकात एक पूर्व परिचित सचिन से हो गई.
जुली को रेस्टोरेंट में देखकर सचिन ने जुली पूछा, ‘‘अरे, जुली तुम यहां क्या कर रही हो?’’
‘‘नौकरी की तलाश में निकली थी. कहीं ढ़ंग की नौकरी नहीं मिल रही.‘‘
‘‘चलो अच्छा ही हुआ, मेरी कंपनी में काम के लिए एक लेडी की तलाश थी, तू मिल गई, तेरी नौकरी पक्की. यह लो कार्ड, कल 9 बजे समय पर पहुंच जाना.’’
अगले दिन से जुली समय पर सचिन के बताए पते पर पहुंच गई. जुली और सचिन दोनों पहले से परिचित थे इसिलए दोनों घुलमिल कर काम करने लगे. सचिन काॅलेज के दिनों से ही जुली को चाहता था, पर जुली ने कभी उसे भाव नहीं दिया था. इसलिए सचिन कभी अपने मन की बात जुली से कह नहीं पाया था. सचिन के से दोबारा मुलाकात होने पर जब उसे पता चला कि जुली शादीशुदा है. इसके बावजूद उसका प्यार कम नहीं हुआ. इधर जुली भी सचिन के ढाठ को देखकर मन ही मन सोच रही थी, काश उसने पहले ही सचिन को अपना लिया होता. वह धीरे धीरे सचिन को फिर से अपनी ओर आकर्षित करने की कोशिश करने लगी और आखिर में जुली ने सचिन को प्रभावित कर ही लिया.
एक दिन सचिन ने जुली का हाथ अपने हाथ में लेकर बोला, ‘‘जुली मैं तुम्हें पहले भी प्यार करता था और आज भी करता हूं.’’
‘‘लेकिन सचिन, तुम तो जानते हो, मैं शादी शुदा हूं. मेरे दो बच्चे भी है.’’
‘‘इससे मेरे प्यार में कोई कमी नहीं आयी है. मैं तुम्हें वो सारी खुशियां दूंगा जिसकी तुम हकदार हो.’’
जुली अभाव की जिंदगी जी रही थी. वह भी तो यही चाहती थी, लेकिन ऊपरी तौर पर सचिन को समझाने का नाटक करती रही. अब जुली सचिन को अपने पति की नाकामयाबी के बारे में बता कर उससे हमदर्दी बटोरने लगी. एक दिन जुली ने दुपट्टे से अपना चेहरा छुपा रखा था. यह देखकर सचिन ने उसका दुपट्टा चेहरे से हटाते हुए पूछा, ‘‘यह सब क्या है.’’
‘‘माइकल ने मारा.....’’ कहते हुए जुली रोने लगी.
सचिन प्यार से उसकी पीठ सहलाने लगा. सचिन के प्यार के मरहम से अपने सारे दुख दर्द को भूलकर उसकी बाहों में समा गई.
उस दिन से उनके बीच की सारी दुरियां खत्म हो गई. सचिन उसकी हर इच्छाओं को पूरा करने लगा. धीरे धीरे दोनों एकदूसरे के इतने करीब आ गए की उनके बीच की सभी फासले खत्म हो गए.
इधर जाॅनसन जुली की नई लाइफ स्टाइल से अंजान रात में आता और खापीकर सो जाता. उसकी नींद तब खुली जब उसके मिलने जुलने वाले और परिचितों ने जुली और सचिन के बारे में बताया. वह लोगों की बातों में आने वाला नहीं था, उसने पहले सच्चाई का पता लगाने का फैसला किया. उस दिन से वह जुली पर कड़ी निगाहें रखने लगा.
एक दिन जाॅनसन ने जुली और सचिन को एक होटल में साथ साथ जाते हुए देखा. उसने दोनों को रंगे हाथ पकड़ लिया. उस दिन जाॅनसन ने जुली की जम कर पिटाई की. सचिन मौके से भाग निकला था वर्ना खून खराबा हो जाता. जाॅनसन, जुली से काफी नाराज था. उसने जुली का घर से बाहार निकला बंद कर दिया. उसकी नौकरी भी छुड़वा दी थी. अब जब भी वह शाम को घर लौटता, नशे की हालात में जुली की जम कर पिटाई करता.
रोजरोज की पिटाई से तंग आकर एक दिन जुली ने सचिन को अपने घर पर बुलाया. जाॅनसन के सोते ही सचिन, जुली के घर पहुंच गया. एक दूसरे को आमने सामने देखकर दोनों एक दूसरे में समा गए. दोनों एक दूसरे में इतने खोए हुए थे कि उन्हें जाॅनलसन के आने का पता भी नहीं चला.
जाॅनसन ने जब दोनों को एक साथ बेड पर नग्न अवस्था में देखा तो गुस्से से पागल हो गया. उसने जुली के बाल पकड़कर बेड से खींच लिया.
सेक्स में दखल पड़ने पर सचिन भी गुस्से से पागल हो गया. उसने आव देखा ना ताव बेड के पास रखा लैम्प उठाकर माइकल के सिर पर दे मारा. दर्द के मारे जाॅनसन अपना सिर पकड़कर बैठ गया.
जाॅनसन द्वारा बालों को पकड़कर उठाने से जुली दर्द से चीख उठी थी, जैसे ही माइकल ने उसके बाल छोड़े वह गुस्से से उठी और जाॅनसन पर लातों से मारने लगी. सचिन ने पास में रखा क्रिकेड बेड उठा लिया और जाॅनसन को अंधाधुन मारने लगा.
जाॅनसन बेहोश हो गया. दोनों इतने गुस्से में थे कि उन्होंने मिलकर जाॅनसन का गला घोट दिया. कुछ देर छटपटाने के बाद जाॅनसन शांत हो गया. यह देखकर दोनों खुश हो गए. अब उनके बीच कोई नहीं था. बेड पर दोनों एक दूसरे में समा गए. आज पहली बार उन्हें लगा कि अब दोनों आजाद है. उन्हें मिलने से कोई नहीं रोक सकता लेकिन जैसे ही दोनों की निगाहें जाॅनसन पर पड़ी तो उनका जोश ठंडा हो गया.
दोनों लाश को ठिकाने लगाने के बारे में सोचने लगे, लेकिन सुबह हो जाने की वजह से ऐसा नहीं कर सके. उन्होंने कमरे में रखे सामानों को ठीक किया. बिस्तर ठीक किया, सचिन क्रिकेट बेट व लैम्प पर से अपने ऊंगलियों के निशानों को साफ किया. लोगों को कुछ पता चले इससे पहले ही सचिन वहां से चला गया.
सुबह के समय जब कामवाली बाई कमरे की सफाई करने आई तो साब को इस हालत में देखकर घबरा गई. उसने शोर मचाना शुरू कर दिया. उसकी आवाज सुनकर आसपास के लोग भी वहां आ गए. जाॅनसन को देखकर किसी को कुछ शक हुआ उसने इंस्पेक्टर माइकल को फोन करके वहां बुला लिया.
इंस्पेक्टर माइकल ने देखा, जाॅनसन के चेहरे, सिर, नाक व गले पर चोटों के निशान साफ दिखाई दे रहे थे. जहां खून जमा हुआ था. ऐसा लग रहा था हत्यारे ने उसकी डंडे से पिटाई की हो. गौर से देखने पर गले पर गहरा निशान दिखाई दिया जिससे यह लग रहा था उसका गला दबाया गया था. मामला संदिग्ध था.
जुली अपने दोनों बच्चों को लेकर बैठी रो रही थी.
माइकल ने जुली से पूछताछ की तो उसने बताया, जाॅनसन कल रात को लगभग 9 बजे बाहर घुमने जाने की बात कह कर गया था. जो काफी समय तक नहीं लौटा तो उसे आशंका होने लगी. कुछ देर तक वह अपने पति के आने का इंतजार करने लगी. काफी देर हो जाने पर जब वह नहीं आया तो बच्चों को सुलाते-सुलाते खुद भी उनके साथ ही सो गई. सुबह बाई की चीख से जब नींद खुली तो देखा, उसका पति मृतावस्था में पड़ा है.
जुली का बयान माइकल को संदेहास्पद लगा. क्योंकि कोई घर पर आया और उसने उसके पति की हत्या कर दी और उसे कुछ पता तक नहीं चला. माइकल ने जब जुली से सख्ती से पूछताछ किया तो जुली ने अपना अपराध कबुल कर लिया. उसने बताया कि उसका पति उसे रोज रोज मारता था, इसलिए कल जब उसने उसके साथ मारपीट की तो उसने भी उसे बेड से पीट दिया. उसे लगा था कि वह बेहोश हो गया है इसलिए वह बच्चों के कमरे में आकर सो गई थी. जुली ने सचिन को बचाने के लिए सारा अपराध अपने सिर ले लिया.
इधर सचिन को जब जुली की गिरफ्तारी के बारे में पता चला तो उसने अपने आप को पुलिस के हवाले कर दिया और सारा अपराध अपने सिर पर ले लिया.
इंस्पेक्टर माइकल सोच में पड़ गए, क्योंकि हत्या एक हुई थी और दो लोग उसकी हत्या कबूल कर रहे थे.
आई अगले अंक में देखते है इंस्पेक्टर कैसे इस गुत्थी को सुलझाएंगे.
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