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मैं कुछ भी कर सकती हूं | popular tv show | Today and Tomorrow News 24

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मैं कुछ भी कर सकती हूं | popular tv show | Today and Tomorrow News 24 ‘मैं कुछ भी कर सकती हूं’ परिवार नियोजन पर आसानी से बातचीत करने के लिए ने पेश की एक नई शब्दावली अपने एडुटेनमेंट अप्रोच को ध्यान में रखते हुए, पॉपुलेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया ने अपने लोकप्रिय टीवी शो ‘मैं कुछ भी कर सकती हूं’ के जरिए लोगों के लिए परिवार नियोजन और गर्भनिरोधक जैसे कठिन और वर्जित विषयों पर बातचीत करने के लिए एक नई शब्दावली पेश की है. ‘मस्त पिटारा’ दंपत्ति के लिए उपलब्ध गर्भ निरोधकों के बास्केट को दर्शाता है. यह परिवार नियोजन के उन संदेशों को बदल देता है, जो अक्सर शर्मिंदगी का कारण बनते है. ये दंपत्ति के बीच एक प्रेमपूर्ण संबंध के साथ निकटता से जुड़ा हुआ है. ‘मैं कुछ भी कर सकती हूं’ में ‘मस्त पिटारा’ विशेष रूप से गर्भनिरोधक के अस्थायी तरीकों पर जोर देती है, जिसमें ओरल गर्भनिरोधक गोलियां, इंजेक्शन, कंडोम और अंतर्गर्भाशयी उपकरण शामिल हैं. सरकारी आंकड़ों से पता चलता है कि भारत में, परिवार नियोजन का बोझ महिलाओं पर पड़ता है, जिसमें आधुनिक गर्भनिरोधक तरीकों का 75ः से अधिक उपयोग होता है. दंपत्ति के लिए उ

Amitabh Bachchan will be seen in 'Aakhen Retiners' | फिल्म ‘आखें रिटनर्स’ में नजर आयेंगे अमिताभ बच्चन | Bollywood NEWS

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Amitabh Bachchan will be seen in 'Aakhen Retiners' | फिल्म ‘आखें रिटनर्स’ में नजर आयेंगे अमिताभ बच्चन |  Bollywood NEWS अनीस बज्मी के निर्देशन में बनने वाली गौरांग दोशी की फिल्म ‘आखें रिटनर्स’ में नजर आयेंगे अमिताभ बच्चन Amitabh Bachchan will be seen in 'Aakhen Retiners साल 2002 में फिल्म ‘आंखें’ का निर्माण कर चुके निर्माता गौरांग दोशी एक लंबे अंतराल के बाद बॉक्स ऑफिस की ओर फिर से लौट रहे हैं और वह भी एक रॉयल सेलेब्रेशन (शाही उत्सव) के साथ। खबर है कि वे जल्द ही तीन बड़ी फिल्में लेकर आने वाले हैं। इसमें उनको अबू धाबी के शाही परिवार के शेख थेयाब बिन खलीफा बिन हमदान अल नाहया का साथ मिल रहा है। गौरांग ये तीन फिल्में - अनीस बज्मी द्वारा निर्देशित ‘आंखें रिटर्न्स’, नीरज पाठक द्वारा निर्देशित ‘हैप्पी एनिवर्सरी’ और अब्बास मस्तान द्वारा निर्देशित ‘इंडियन इन डेंजर’ हैं। तीनों फिल्में अगले साल रिलीज होने वाली हैं। निर्माता गौरांग दोशी ने आबू धाबी के शाही परिवार के साथ मिलकर की तीन नई फिल्मों की घोषणा ये फिल्में हैं -   अनीस बज्मी - आंखें रिटर्न्स’  नीरज पाठक - हैप्पी ए

दिनेशलाल यादव निरहुआ और आम्रपाली दुबे की कॉमेडी थ्रिलर ‘लल्लू की लैला’ | Lallu ki laila Bhojpuri Film

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भोजपुरी सुपर स्टार दिनेशलाल यादव निरहुआ और यूट्यूब क्वीन आम्रपाली दुबे स्टारर कॉमेडी थ्रिलर फिल्म ‘लल्लू की लैला’ सितंबर को रिलीज होगी। इस फिल्म का ट्रेलर पहले ही यूट्यूब धमाल मचा रही है। फिल्म को रिलीज करने की लगभग सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। फिल्म के निर्माता रत्नाकर कुमार अपनी फिल्म ‘लल्लू की लैला’ को लेकर बेहद एक्साइटेड हैं। ‘लल्लू की लैला’ फिल्म की कहानी संजय राय की है। जो पूरी तरह से फिल्म के हीरो दिनेशलाल यादव निरहुआ के इर्दर्गिद चलती है। जिसमें गांव की लड़की आम्रपाली दुबे दिनेशलाल यादव निरहुआ रिजेक्ट कर देती है। निरहुआ दमन चले जाते हैं और यहां यामिनी सिंह की इंट्री होती है। यहीं से फिल्म में थ्रिलर शुरू होता है। एक मर्डर और निरहुआ इसमें फंसते जाते हैं। फिल्म के कुछ गाने भी वर्ल्ड वाइड रिकॉर्ड भोजपुरी पर रिलीज हो चुके हैं, जिनको दर्शक खूब पसंद भी कर रहे हैं। वहीं, निरहुआ, आम्रपाली और यामिनी के साथ फिल्म को लेकर पूरी स्टार कास्ट एक्साइटेड है। गौरतलब है कि वर्ल्ड वाइड और जितेंद्र गुलाटी प्रस्तुत फिल्म ‘लल्लू की लैला’ के निर्माता रत्नाकर कुमार और निर्देशक सुशील उपाध्

Kulhad Chai Benefits : क्या कुल्हड़ में चाय या दूध पीना फायदेमंद है? | trending news

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Kulhad Chai Benefits :  क्या कुल्हड़ में चाय या दूध पीना फायदेमंद है? | trending news  क्या कुल्हड़ में चाय या दूध पीना फायदेमंद है? मिट्टी से बने छोटे-छोटे मग को कुल्हड़ कहा जाता है. गांव में कुल्हड़ का इस्तेमाल खूब किया जाता था. धीरे-धीरे लोगों ने इसका इस्तेमाल कम कर दिया. सवाल यह आता है कि क्या कुल्हड़ में चाय या दूध पीना फायदेमंद है? इस बारे में स्वास्थ्य विशेषज्ञों की अपनी राय है. आइये जानते हैं, क्या कुल्हड़ में चाय या दूध पीना फायदेमंद है? कुल्हड़ में चाय पीने से ऐसे किसी भी चीज का खतरा नहीं रहता है. कुल्हड़ इको फ्रेंडली होते हैं. प्लास्टिक या फोम के कप स्वास्थ्य के साथ-साथ पर्यावरण के लिए भी बहुत नुकसानदायक हैं. जबकि कुल्हड़ को पूरी तरह से इको फ्रेंडली कह सकते हैं. इसे जैसे ही नष्ट करते हैं वे कुछ ही दिनों में मिट्टी में मिल जाते हैं.  आपने एक बात जरूर नोटिस की होगी की ग्रामीण क्षेत्र के बहुत से इलाकों में लोग चाय पीने के लिए एक खास तरह के मिट्टी के बर्तन इस्तेमाल में लाते हैं. जिसे कुल्हड़ कहा जाता है. कुल्हड़ डिस्पोजल कप की तरह होते हैं. चाय पीने के बाद इसे फेंक दिया जाता ह

Today and Tomorrow : Crime Story in Hindi | जीजा बनने के पहले साले का किया कत्ल

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जीजा बनने के पहले साले का किया कत्ल गूगल से सीखें हत्या के तरीके crime story, crime story in hindi, thriller story in hindi, short stories, hindi story,  Today and Tomorrow : Crime Story in Hindi | जीजा बनने के पहले साले का किया कत्ल - 24 वर्षीय राजकुमार सोनी दिल्ली में अपने घर से ही आनलाइन ट्रैवल एजंेसी चलाता था. वह मध्यवर्गीय परिवार से था, लेकिन जल्द से जल्द अमीर बनना चाहता था. अमीर घर की लड़की से शादी करने के लिए वह स्वयं को करोड़पति बताता था. उसने अपनी मंगेतर अनिता और उसके परिवार वालों के सामने खुद को रईस की तरह पेश किया था. अनिता को इम्प्रेस करने के लिए दिल्ली में कई इलाकों में बड़ीबड़ी कोठी व बंगले होने की झूठी बात कही थी. इस दौरान राजकुमार ने कभी बंगला खरीदने तो कभी प्लाॅट खरीदने के बहाने अनिता के परिवार वालों से 30 लाख रूपए भी ले लिए थे. दोनों की शादी की तारीख भी निश्चित हो चुकी थी. इसलिए अनिता के परिजनों ने उसे रूपए देने में कोई आनाकानी नहीं की. दिल्ली में एक हत्या की वारदात ने पुलिस अधिकारियों के होश उड़ा दिए. हत्या की वजह और साजिश रचने के लिए की गई तैयारी उससे भी

Hindi Crime Story : दसवीं पास युवक के शोभराज बनने की रोमांचक कथा

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#crimestoryhindi #hindikahaniya #hindi Hindi Crime Story : दसवीं पास  युवक के शोभराज बनने की रोमांचक कथा दसवीं पास  युवक के शोभराज बनने की रोमांचक कथा crime story, crime story in hindi, thriller story in hindi, short stories, hindi story, Hindi Crime Story : दसवीं पास  युवक के शोभराज बनने की रोमांचक कथा - सुरेश यादव लोगों को अपनी बातों में फंसा कर ठगी करने में माहिर था. उसकी कहानी चाल्र्स शोभराज की कहानी से भी अधिक दिलचस्प है. मात्र दसवीं पास सुरेश अंग्रेजी बोलने में भी माहिर है. साकी नाक पुलिस के अनुसार उसके कारनामों की पूरी स्क्रिप्ट पढ़ी जाएं तो बाॅलीवुड के सुपर डुपर फिल्म की कहानी भी आपको उबाउ लगने लगेगी. अपने शातिराना अंदाज में उसने बड़े अधिकारियों, पुलिसकर्मियों, धन्नासेठ को चूना लगाने में माहिर था. सुरेश ने शोभराज बनने की शुरूआत आज से 20 साल पहले शुरू कर दी थी. सुरेश अपने गांव से करीब 15 किलोमीटर दूर एक गांव में गया और वहां एक सम्पन्न किसान से मिला. उसने किसान को अपनी दुखभरी कहानी सुनाई. उसने किसान को बताया, उसकी सौतेली मां उसे बहुत मारती है. खाना नहीं देती ह

Avoid smelly sweat like this | बदबूदार पसीने से ऐसे बचें | health and beauty tips

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Avoid smelly sweat like this |  बदबूदार पसीने से ऐसे बचें |  health and beauty tips पसीना आना एक स्वभाविक क्रिया है। यह स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है। पसीना हमारा आंतरिक तापमान नियंत्रित करता है पसीना शरीर को प्राकृतिक रूप से वातानुकूलित बनाए रखता है। गरमियों में प्रायः पसीने की दुर्गंध का सामना करना पड़ता है, जो आपके व्यक्तित्व को फीका कर देता है। पसीने के रूप में शरीर से अंदरूनी गंदगी बाहर निकलती हैं। वस्तुतः पसीने में कोई दुर्गंध नहीं होती बल्कि पसीने में हल्की-सी अम्लीय गंध होती हैं।  पसीना जब त्वचा के सम्पर्क में आता है तो त्वचा पर मौजूद बैक्टीरिया पसीने को सड़ाकर दुर्गंध पैदा कर देते हंै। इसके अलावा पसीना से बदबू आने के कई कारण होते है। शरीर के अंदर किसी प्रकार की रसायनिक गड़बड़ी होना, किसी वजह से स्वेद ग्रंथियों का ज्यादा सक्रिय हो जाना, थायराइड ग्लैंड से ज्यादा स्त्राव होना, बुखार, टीवी या मधुमेह से पीड़ित होना, कब्ज की शिकायत होना, दिमागी तनाव, भय हड़बड़ी, भागदौड़, अधिक गुस्सा आना, अधिक मेहनत करना, ज्यादा उत्तेजित होना, शरीर की सफाई पर ध्यान न देना, स्नान न करना, धूम्रपान क