Today and Tomorrow : पत्नी ने भेंजा जन्म दिन पर मौत का तोहफा
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रोहित एक प्रायवेट कंपनी में बतौर मैनेंजर की नौकरी करता था. रोहित बहुत ही सीधासादा अपने काम से काम रखने वाला युवक था. पिछले कुछ दिनों से रोहित काफी खुश था. खुशी का कारण था 20 जून को बर्थडे आने वाला था. इस बर्थडे पर उसकी पत्नी उसे कोई तोहफा देने वाली थी. पिछले हफ्ते उसकी पत्नी ने फोन करके इस बर्थ डे पर कुछ अलग तोहफा देने की बात कहीे थी. उसने अपनी पत्नी से बार-बार पूछा था, वह किस तरह का तोहफा देना चाहती है. उस वक्त उसकी पत्नी ने उसे सस्पेंस कह कर चुप करा दिया था. वह 20 जून का बेसब्री से इंतजार कर रहा था.
वह अपनी पत्नी पूजा को दिलोजान से चाहता था. काॅलेज के दिनों की बात है. दोनों एक ही काॅलेज में पढ़ते थे. पढ़ाई के दौरान दोनों की मुलाकात हुई. एक दिन अचानक पूजा चक्क्र खा कर गिर गई. क्लास के सभी बच्चे घबरा गए. उन बच्चों में रोहित भी था. रोहित ने फुर्ती दिखा कर जल्दी से उसे अस्पताल ले गया था.
पूजा ठीक हो गई थी पर रिपोर्ट आने के बाद डाक्टरों के अनुसार पूजा को हार्ट प्राब्लम है. उसके एक वाल्व में छेद होना बताया. पूजा को हार्ट प्राब्लम की बात सुन कर रोहित को बड़ा दुख हुआ. इस दौरान उसने पूजा की काफी सेवा की. पूजा को वह दिल से चाहने लगा था. एक दिन उसने पूजा के सामने प्रपोज कर दिया. पूजा ने देर न करते हुए उसका प्यार स्वीकार कर लिया. इसके बाद दोनों की प्रेम कहानी पूरे काॅलेज में चर्चा का विषय बन गई.
कालेज की पढ़ाई पूरी होते ही रोहित ने कई जगहों पर जाॅब के लिए एप्लाई कर दिया था. उसकी किस्मत ने उसका साथ दिया. उसे इंदौर में नौकरी लग गई. रोहित की नौकरी लगने के बाद उसके घरवाले उसके लिए लड़की देखने लगे. रोहित ने घरवालों से साफ शब्दों में कह दिया, वह शादी करेगा तो पूजा से वर्ना नहीं करेगा. उसने घरवालों को पूजा के हार्ट की प्राब्लम वाली बात भी बता दी. उन्होंने ऐसी लड़की से शादी प्रेमकुमारे के लिए मना किया जिससे शादी प्रेमकुमारे के बाद उसे परेशानी का सामना प्रेमकुमारा पड़े. रोहित ने उनकी एक न सुनी. आखिर में उसकी जिद्द के आगे सबको झुकना पड़ा और बड़ी धूमधाम के साथ रोहित और पूजा की शादी हो गई.
शादी के बाद रोहित पूजा को इंदौर लेकर चला आया. यहां आने के बाद पूजा की तबियत खराब होने लगी. डाक्टरों ने जांच कर बताया उसकी प्राब्लम को देखते हुए उसे पहाड़ी क्षेत्र में रखना उचित होगा. असल में इंदौर आद्योगिक क्षेत्र होने की वजह से यह क्षेत्र धूल, धुआं और ध्वनि प्रदूषण से प्रभावित है. जिसकी वजह से पूजा को सांस की तकलीफ शुरू हो गई थी. आखिर में रोहित ने अपने मामा के पास देहरादून में पूजा को शिफ्ट कर दिया. रोहित हर माह पूजा से मिलने आने जाने लगा. वहां पहुंचने के बाद वह पूजा को डाक्टर से चेकअप करवाता इसके बाद दवा आदि का इंतजाम कर वह वापस इंदौर लौट आता. यह सिलसिला पिछले चार सालों से चल रहा था.
दिनभर पूजा अपने कमरे पर अकेली रहती थी. अपना टाइम पास प्रेमकुमारे के लिए सोशल साइट फेसबुक पर अपना एकाउंट खोल ली. उसने अंजलि के नाम पर एकाउंट एक सुदंर सी फोटो लगा दी. उसने खुद को अविवाहित बताया. पूजा दिखने में खूबसूरत थी. उसकी एकाउंट पर खूबसूरत फोटो देखकर उसे फ्रैंड्स बनाने के लिए लड़कों की लाइन लग गई. उसे ढ़ेर सारे लड़कों ने रिक्वेस्ट भेंजा था. पूजा ने फटाफट सारे रिक्वेस्ट को ओके कर एक्सेप्ट कर लिया.
इसके बाद उन लड़कों से आॅनलाइन चैटिंग भी होने लगी. कभी-कभी उन लड़कों के साथ चैटिंग में इतना मसगुल हो जाती की उसे अपने पति रोहित की भी फिक्र नहीं रहती. उसके पति का फोन आने पर उसे उठाना भूल जाती. उधर एकदो कौल के बाद जब पूजा फोन नहीं उठाती थी. तब रोहित के दिल की धड़कनें बढ़ जाती थी. उसे ऐसा लगने लगता था कि कहीं पूजा की तकलीफ बढ़ न गई हो. इन्हीं बातों से वह परेशान हो जाता. काफी देर बाद जब वह फोन उठाकर कहती कि मैं ठीक हूॅ. मुझे कुछ नहीं हुआ है. तब जाकर रोहित के दिल को तसल्ली मिलती थी.
उसे फेसबुक फ्रैंड प्रेमकुमार के रूप में नया प्यार मिल गया था, जिसके चक्कर में वह अपने पति को भूलते जा रही थी. प्रेमकुमार राजस्थान का रहने वाला था. फेसबुक डिटेल के अनुसार उसने खुद को गर्वनर एम्प्रलायर बताया था. दिखने में हैंडसम प्रेमकुमार की पूजा दीवानी हो गई थी. उसके सामने उस पर जान निछावर करने वाला उसका पति रोहित फीका लग रहा था. वह धीरेधीरे रोहित से दूर होते जा रही थी. वह रोहित से जीतनी दूर हो रही थी प्रेमकुमार से उतनी ही नजदीक होती जा रही थी. प्रेमकुमार और पूजा में लंबी चैटिंग के बाद मोबाइल पर भी घंटों बातें होती रहती थी. इस बीच जब कभी उसके पति रोहित का फोन आता उसे कबाब में हड्डी लगने लगता.
जब प्रेमकुमार को पता चला पूजा देहरादून में अकेली रहती है. उसने उससे मिलने की ख्वाहिश जाहिर की. पूजा ने देर न करते हुए उसे अपना एड्रेस बता दिया. फिर क्या था. प्रेमकुमार पूजा से मिलने देहरादून पहुंच गया. प्रेमकुमार से मिल कर पूजा काफी खुश हुई. दिनभर दोनों देहरादून की वादियों में घुमते रहे. रात में प्रेमकुमार पूजा के पास ही रूका. उस रात पूजा ने प्रेमकुमार के साथ सेकेण्ड हनीमून मना लिया. उसे यह हनीमून पहले वाले हनीमून से ज्यादा पावरफुल लगा. प्रेमकुमार पूजा के पास कई दिनों तक रूका. इसके बाद प्रेमकुमार अक्सर पूजा के यहां आने लगा. प्रेमकुमार को सैक्स के मजे के साथ सोने के अंडे देने वाली मुर्गी पूजा के रूप में मिल गई थी.
इधर रोहित पूजा को लेकर काफी चिंतित होने लगा था. टाइम से फोन न उठाने की वजह से उसे शंका होने लगी थी कि पूजा की तबीयत ज्यादा खराब होती जा रही है जिसकी वजह से वह ठीक तरह से उसका फोन अटैंड नहीं कर पा रही है. उसकी हालत देखकर एक दिन उसके एक सहकर्मी ने उसे सलाह दी कि वह देहरादून जाकर वही नौकरी करें.
रोहित को सहकर्मी की बात पसंद आई. उसने देहरादून स्थित कई कपनियों में नौकरी के लिए एप्लिकेशन लगा दी. पूजा पूरी तरह से प्रेमकुमार को दिल में उतार चुकी थी. अब रोहित उसे बिलकुल भी अच्छा नहीं लगता था. वह रोहित से अलग होकर प्रेमकुमार से शादी की सोच रही थी. प्रेमकुमार भी उससे शादी के लिए तैयार था. पर पूजा के सामने एक समस्या थी. वह शादीशुदा है यह बात प्रेमकुमार को पता नहीं था. वह रोहित को तलाक दिए बिना प्रेमकुमार से शादी नहीं कर सकती थी. इसी कशमकश में पड़ी थी. अचानक उसके मन में आया. इस बारे में प्रेमकुमार को बता देना चाहिए जिससे कोई रास्ता निकाल सके. एक दिन पूजा ने प्रेमकुमार से कह दिया वह शादीशुदा है. उसका पति इंदौर में नौकरी करता है. पूजा की बात सुनकर प्रेमकुमार कुछ देर तक हंसता रहा उसे विश्वास ही नहीं हुआ था कि पूजा जो बात रही है वह सच बोल रही है.
पूजा ने प्रेमकुमार को अपनी शादी की एलबम दिखाई. एलबम देख कर प्रेमकुमार ने उससे कहा, ‘‘ फिर एक दिन इस घांचू से मिलवाओ.’’
चालाक पूजा ने फेसबुक पर दोनों की दोस्ती करवा दी. प्रेमकुमार बड़ा ही शातिर किस्म का इंसान था. उसने मीठीमीठी बातों से रोहित को प्रभावित कर लिया. उसने रोहित को बड़ा भाई और पूजा को भाभी बना लिया. तीनों अक्सर फेसबुक पर मिलने लगे. प्रेमकुमार रोहित से फोन पर बात कर उसकी खैर खबर लेने लगा.
रोहित ने देहरादून की कंपनी में नौकरी के लिए एप्लाइ किया था वह मंजूर हो गया. इस सूचना को पाकर रोहित काफी खुश था. अब उसे पूजा से दूर रहना नहीं पड़ेगा. वह पूजा के पास रह कर पूजा की अच्छे से देखभाल भी कर सकेगा. यह सूचना सबसे पहले पूजा को सुनान उचित समझा ताकि वह खुशी से उछल पड़े. उसने पूजा को फोन लगाया.
उसने जब पूजा को यह खबर दी तो वह कुछ देर तक चुप रही. रोहित हालो... हलो करता रहा पूजा ने फोन काट दिया. रोहित को पूजा का यह व्यवहार समझ में नहीं आया. पहले तो उसे पूजा पर काफी गुस्सा आया पर अगले ही पल नेटवर्क प्राब्लम समझ कर शान्त हो गया.
जून को रोहित का जन्मदिन था. इसके एक सप्ताह पहले पूजा ने रोहित को फोन करके कहा, वह उसके बर्थ डे पर एक खास तोहफा उसे भेज रही है. तोहफा की बात सुनकर रोहित काफी खुश हो गया. रोहित, पूजा से तोहफा के बारे में पूछता रहा पर उसने कुछ नहीं बताया.
>20 जून का सुबहसुबह का वक्त था. मकान मालिक ने ऊपर पहुंच कर देखा रोहित के कमरे की लाइट जल रही थी. जबकि उसके कमरे के दरवाजे से बाहर से ताला लगा हुआ था. खिड़की से अंदर देखने पर रोहित बेड पर सोता हुआ दिखाई दिया. गौर से देखा तो उन्हें लगा जैसे रोहित के मुंह से झांग निकल रहा है.
रोहित की हालत को देखते हुए मकान मालिक समझ गए मामला कुछ गड़बड़ है. उन्होंने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी. ताला तोड़ कर पुलिस कमरे के अंदर पहुंची. रोहित के मुंह में जो झाग जैसा दिख रहा था वह असल में मुंह में रूई ठुंसी हुई थी. रोहित का शरीर पूरी तरह से ठंडा था. अनुमान के अनुसार रोहित की कई घंटे पहले ही मौत हो चुकी थी. लाश का बारिकी से निरीक्षण करने पर गले पर निशान दिखाई दिए. इससे यह पता चला रोहित की गला दबा कर हत्या की कई थी.
पुलिस ने कमरे की तलाशी ली. कमरे में बियर की कई बोतले, नमकीन, चिप्स के पैकेट, आदि के पैकेट दिखाई दिए. वहां के माहोल कर देख कर लग रहा था जैसे दोतीन लोगों ने मिल कर रात में पार्टी मनाई हो. रोहित में कोई एब नहीं था. पुलिस के सामने एक ही सवाल था रोहित की हत्या किसने और क्यों की?
पुलिस ने रोहित के मोबाइल की डिटेल निकलवायी. घटना की रात को उसकी बात एक नंबर पर कई बार बात हुई थी. वह नंबर राजस्थान के प्रेमकुमार नाम के किसी व्यक्ति का था. घटना वाली रात के समय उसका लोकेशन इंदौर के आसपास का था.
अगले दिन रोहित का अंतिम संस्कार करने के बाद पुलिस ने पूजा को हिरासत में ले लिया. यह देखकर रोहित के परिजन हैरान रह गए. कुछ पूछते उनकी जिज्ञासा को शांत करते हुए पुलिस ने बताया, रोहित का असली हत्यारा तो प्रेमकुमार है जिसे पुलिस ने राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया है. अफसोस की बात यह है कि रोहित की हत्या की प्लानिंग आपकी बहू पूजा ने बनाया था.
रोहित के परिजनों को इस बात पर विश्वास नहीं हो रहा था. पूजा बारबार रोहित की हत्या की साजिश रचने से इंकार कर रही थी. लेकिन जब अपने सामने प्रेमकुमार को देखा तो वह टूट गई. उसने पुलिस को बताया कि एक सप्ताह पहले जब उसने रोहित के मुंह से यह बात सुनी की वह अब देहरादून में रहने के लिए आ रहा है तो वह परेशान हो गई. वह प्रेमकुमार को चाहने लगी थी. रोहित के देहरादून पहुंचने के बाद उसका और प्रेमकुमार का मिलना ही बंद हो जाएगा. इसलिए उसने सोचा रोहित को देहरादून पहुंचने के पहले ही रास्ते से हटाना होगा.
जब उसने प्रेमकुमार को यह बात बतायी तो वह चौंक गया, लेकिन पूजा को पाने के लिए वह भी पूजा का साथ देने के लिए तैयार हो गया. प्लान के मुताबिक पूजा ने रोहित से फोन पर कहा कि वह उसके बर्थडे पर एक खास तोहफा प्रेमकुमार के हाथ भेंज रही है.
रोहित, प्रेमकुमार से सोशल साइट फेसबुक से दोस्त था. यह दोस्ती पूजा ने ही दोनों में कराई थी. दोनों सोशल साइट पर अक्सर चैटिंग करते थे. जब उसने सुना प्रेमकुमार उससे मिलने आ रहा है तो उसने रात में छोटी-सी पार्टी का आयोजन कर लिया. इंदौर आने से पहले प्रेमकुमार व रोहित में कई बार मोबाइल पर भी बात हो चुकी थी. रोहित उसे लने के लिए स्टेशन गया. प्रेमकुमार के हाथों में कोई तोहफा न देख कर उसे काफी गुस्सा आया पर उसने अपने गुस्से को पी लिया. उस वक्त रोहित को क्या पता था कि उसकी पत्नी उसके लिए मौत का तोहफा भेंजा है.
घर पर पहुंचने के बाद दोनों ने शराब पी. इस दौरान प्रेमकुमार ने रोहित को अधिक मात्रा में शराब पिला दी. जैसे ही रोहित बिस्तर पर गिर गया. प्रेमकुमार की आंखें चमक उठी. उसने सबसे पहले रोहित के मुंह में रूई ठुंस दी ताकि हत्या के वक्त वह तेज आवाज में चिल्ला न सके. उसने तकिए से गला दबा कर उसकी हत्या कर दी. इसके बाद वह रोहित के कमरे में बाहर से ताला लगा दिया.
पूजा को दिल की बीमारी थी. इस बारे में सारी बातें रोहित को पता थी. इसके बावजूद उसने पूजा से प्यार किया फिर शादी भी की. वह पूजा को सुखी व खुशी देखना चाहता था. इसके लिए वह दिन रात मेहनत कर रहा था. ताकि पूजा के आपरेशन के लिए जल्दी से रूपए कमा सके. जबकि पूजा रोहित को धोखा देकर प्रेमकुमार के साथ अय्यासी कर रही थी.
रोहित एक प्रायवेट कंपनी में बतौर मैनेंजर की नौकरी करता था. रोहित बहुत ही सीधासादा अपने काम से काम रखने वाला युवक था. पिछले कुछ दिनों से रोहित काफी खुश था. खुशी का कारण था 20 जून को बर्थडे आने वाला था. इस बर्थडे पर उसकी पत्नी उसे कोई तोहफा देने वाली थी. पिछले हफ्ते उसकी पत्नी ने फोन करके इस बर्थ डे पर कुछ अलग तोहफा देने की बात कहीे थी. उसने अपनी पत्नी से बार-बार पूछा था, वह किस तरह का तोहफा देना चाहती है. उस वक्त उसकी पत्नी ने उसे सस्पेंस कह कर चुप करा दिया था. वह 20 जून का बेसब्री से इंतजार कर रहा था.
वह अपनी पत्नी पूजा को दिलोजान से चाहता था. काॅलेज के दिनों की बात है. दोनों एक ही काॅलेज में पढ़ते थे. पढ़ाई के दौरान दोनों की मुलाकात हुई. एक दिन अचानक पूजा चक्क्र खा कर गिर गई. क्लास के सभी बच्चे घबरा गए. उन बच्चों में रोहित भी था. रोहित ने फुर्ती दिखा कर जल्दी से उसे अस्पताल ले गया था.
पूजा ठीक हो गई थी पर रिपोर्ट आने के बाद डाक्टरों के अनुसार पूजा को हार्ट प्राब्लम है. उसके एक वाल्व में छेद होना बताया. पूजा को हार्ट प्राब्लम की बात सुन कर रोहित को बड़ा दुख हुआ. इस दौरान उसने पूजा की काफी सेवा की. पूजा को वह दिल से चाहने लगा था. एक दिन उसने पूजा के सामने प्रपोज कर दिया. पूजा ने देर न करते हुए उसका प्यार स्वीकार कर लिया. इसके बाद दोनों की प्रेम कहानी पूरे काॅलेज में चर्चा का विषय बन गई.
कालेज की पढ़ाई पूरी होते ही रोहित ने कई जगहों पर जाॅब के लिए एप्लाई कर दिया था. उसकी किस्मत ने उसका साथ दिया. उसे इंदौर में नौकरी लग गई. रोहित की नौकरी लगने के बाद उसके घरवाले उसके लिए लड़की देखने लगे. रोहित ने घरवालों से साफ शब्दों में कह दिया, वह शादी करेगा तो पूजा से वर्ना नहीं करेगा. उसने घरवालों को पूजा के हार्ट की प्राब्लम वाली बात भी बता दी. उन्होंने ऐसी लड़की से शादी प्रेमकुमारे के लिए मना किया जिससे शादी प्रेमकुमारे के बाद उसे परेशानी का सामना प्रेमकुमारा पड़े. रोहित ने उनकी एक न सुनी. आखिर में उसकी जिद्द के आगे सबको झुकना पड़ा और बड़ी धूमधाम के साथ रोहित और पूजा की शादी हो गई.
शादी के बाद रोहित पूजा को इंदौर लेकर चला आया. यहां आने के बाद पूजा की तबियत खराब होने लगी. डाक्टरों ने जांच कर बताया उसकी प्राब्लम को देखते हुए उसे पहाड़ी क्षेत्र में रखना उचित होगा. असल में इंदौर आद्योगिक क्षेत्र होने की वजह से यह क्षेत्र धूल, धुआं और ध्वनि प्रदूषण से प्रभावित है. जिसकी वजह से पूजा को सांस की तकलीफ शुरू हो गई थी. आखिर में रोहित ने अपने मामा के पास देहरादून में पूजा को शिफ्ट कर दिया. रोहित हर माह पूजा से मिलने आने जाने लगा. वहां पहुंचने के बाद वह पूजा को डाक्टर से चेकअप करवाता इसके बाद दवा आदि का इंतजाम कर वह वापस इंदौर लौट आता. यह सिलसिला पिछले चार सालों से चल रहा था.
दिनभर पूजा अपने कमरे पर अकेली रहती थी. अपना टाइम पास प्रेमकुमारे के लिए सोशल साइट फेसबुक पर अपना एकाउंट खोल ली. उसने अंजलि के नाम पर एकाउंट एक सुदंर सी फोटो लगा दी. उसने खुद को अविवाहित बताया. पूजा दिखने में खूबसूरत थी. उसकी एकाउंट पर खूबसूरत फोटो देखकर उसे फ्रैंड्स बनाने के लिए लड़कों की लाइन लग गई. उसे ढ़ेर सारे लड़कों ने रिक्वेस्ट भेंजा था. पूजा ने फटाफट सारे रिक्वेस्ट को ओके कर एक्सेप्ट कर लिया.
इसके बाद उन लड़कों से आॅनलाइन चैटिंग भी होने लगी. कभी-कभी उन लड़कों के साथ चैटिंग में इतना मसगुल हो जाती की उसे अपने पति रोहित की भी फिक्र नहीं रहती. उसके पति का फोन आने पर उसे उठाना भूल जाती. उधर एकदो कौल के बाद जब पूजा फोन नहीं उठाती थी. तब रोहित के दिल की धड़कनें बढ़ जाती थी. उसे ऐसा लगने लगता था कि कहीं पूजा की तकलीफ बढ़ न गई हो. इन्हीं बातों से वह परेशान हो जाता. काफी देर बाद जब वह फोन उठाकर कहती कि मैं ठीक हूॅ. मुझे कुछ नहीं हुआ है. तब जाकर रोहित के दिल को तसल्ली मिलती थी.
उसे फेसबुक फ्रैंड प्रेमकुमार के रूप में नया प्यार मिल गया था, जिसके चक्कर में वह अपने पति को भूलते जा रही थी. प्रेमकुमार राजस्थान का रहने वाला था. फेसबुक डिटेल के अनुसार उसने खुद को गर्वनर एम्प्रलायर बताया था. दिखने में हैंडसम प्रेमकुमार की पूजा दीवानी हो गई थी. उसके सामने उस पर जान निछावर करने वाला उसका पति रोहित फीका लग रहा था. वह धीरेधीरे रोहित से दूर होते जा रही थी. वह रोहित से जीतनी दूर हो रही थी प्रेमकुमार से उतनी ही नजदीक होती जा रही थी. प्रेमकुमार और पूजा में लंबी चैटिंग के बाद मोबाइल पर भी घंटों बातें होती रहती थी. इस बीच जब कभी उसके पति रोहित का फोन आता उसे कबाब में हड्डी लगने लगता.
जब प्रेमकुमार को पता चला पूजा देहरादून में अकेली रहती है. उसने उससे मिलने की ख्वाहिश जाहिर की. पूजा ने देर न करते हुए उसे अपना एड्रेस बता दिया. फिर क्या था. प्रेमकुमार पूजा से मिलने देहरादून पहुंच गया. प्रेमकुमार से मिल कर पूजा काफी खुश हुई. दिनभर दोनों देहरादून की वादियों में घुमते रहे. रात में प्रेमकुमार पूजा के पास ही रूका. उस रात पूजा ने प्रेमकुमार के साथ सेकेण्ड हनीमून मना लिया. उसे यह हनीमून पहले वाले हनीमून से ज्यादा पावरफुल लगा. प्रेमकुमार पूजा के पास कई दिनों तक रूका. इसके बाद प्रेमकुमार अक्सर पूजा के यहां आने लगा. प्रेमकुमार को सैक्स के मजे के साथ सोने के अंडे देने वाली मुर्गी पूजा के रूप में मिल गई थी.
इधर रोहित पूजा को लेकर काफी चिंतित होने लगा था. टाइम से फोन न उठाने की वजह से उसे शंका होने लगी थी कि पूजा की तबीयत ज्यादा खराब होती जा रही है जिसकी वजह से वह ठीक तरह से उसका फोन अटैंड नहीं कर पा रही है. उसकी हालत देखकर एक दिन उसके एक सहकर्मी ने उसे सलाह दी कि वह देहरादून जाकर वही नौकरी करें.
रोहित को सहकर्मी की बात पसंद आई. उसने देहरादून स्थित कई कपनियों में नौकरी के लिए एप्लिकेशन लगा दी. पूजा पूरी तरह से प्रेमकुमार को दिल में उतार चुकी थी. अब रोहित उसे बिलकुल भी अच्छा नहीं लगता था. वह रोहित से अलग होकर प्रेमकुमार से शादी की सोच रही थी. प्रेमकुमार भी उससे शादी के लिए तैयार था. पर पूजा के सामने एक समस्या थी. वह शादीशुदा है यह बात प्रेमकुमार को पता नहीं था. वह रोहित को तलाक दिए बिना प्रेमकुमार से शादी नहीं कर सकती थी. इसी कशमकश में पड़ी थी. अचानक उसके मन में आया. इस बारे में प्रेमकुमार को बता देना चाहिए जिससे कोई रास्ता निकाल सके. एक दिन पूजा ने प्रेमकुमार से कह दिया वह शादीशुदा है. उसका पति इंदौर में नौकरी करता है. पूजा की बात सुनकर प्रेमकुमार कुछ देर तक हंसता रहा उसे विश्वास ही नहीं हुआ था कि पूजा जो बात रही है वह सच बोल रही है.
पूजा ने प्रेमकुमार को अपनी शादी की एलबम दिखाई. एलबम देख कर प्रेमकुमार ने उससे कहा, ‘‘ फिर एक दिन इस घांचू से मिलवाओ.’’
चालाक पूजा ने फेसबुक पर दोनों की दोस्ती करवा दी. प्रेमकुमार बड़ा ही शातिर किस्म का इंसान था. उसने मीठीमीठी बातों से रोहित को प्रभावित कर लिया. उसने रोहित को बड़ा भाई और पूजा को भाभी बना लिया. तीनों अक्सर फेसबुक पर मिलने लगे. प्रेमकुमार रोहित से फोन पर बात कर उसकी खैर खबर लेने लगा.
रोहित ने देहरादून की कंपनी में नौकरी के लिए एप्लाइ किया था वह मंजूर हो गया. इस सूचना को पाकर रोहित काफी खुश था. अब उसे पूजा से दूर रहना नहीं पड़ेगा. वह पूजा के पास रह कर पूजा की अच्छे से देखभाल भी कर सकेगा. यह सूचना सबसे पहले पूजा को सुनान उचित समझा ताकि वह खुशी से उछल पड़े. उसने पूजा को फोन लगाया.
उसने जब पूजा को यह खबर दी तो वह कुछ देर तक चुप रही. रोहित हालो... हलो करता रहा पूजा ने फोन काट दिया. रोहित को पूजा का यह व्यवहार समझ में नहीं आया. पहले तो उसे पूजा पर काफी गुस्सा आया पर अगले ही पल नेटवर्क प्राब्लम समझ कर शान्त हो गया.
जून को रोहित का जन्मदिन था. इसके एक सप्ताह पहले पूजा ने रोहित को फोन करके कहा, वह उसके बर्थ डे पर एक खास तोहफा उसे भेज रही है. तोहफा की बात सुनकर रोहित काफी खुश हो गया. रोहित, पूजा से तोहफा के बारे में पूछता रहा पर उसने कुछ नहीं बताया.
>20 जून का सुबहसुबह का वक्त था. मकान मालिक ने ऊपर पहुंच कर देखा रोहित के कमरे की लाइट जल रही थी. जबकि उसके कमरे के दरवाजे से बाहर से ताला लगा हुआ था. खिड़की से अंदर देखने पर रोहित बेड पर सोता हुआ दिखाई दिया. गौर से देखा तो उन्हें लगा जैसे रोहित के मुंह से झांग निकल रहा है.
रोहित की हालत को देखते हुए मकान मालिक समझ गए मामला कुछ गड़बड़ है. उन्होंने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी. ताला तोड़ कर पुलिस कमरे के अंदर पहुंची. रोहित के मुंह में जो झाग जैसा दिख रहा था वह असल में मुंह में रूई ठुंसी हुई थी. रोहित का शरीर पूरी तरह से ठंडा था. अनुमान के अनुसार रोहित की कई घंटे पहले ही मौत हो चुकी थी. लाश का बारिकी से निरीक्षण करने पर गले पर निशान दिखाई दिए. इससे यह पता चला रोहित की गला दबा कर हत्या की कई थी.
पुलिस ने कमरे की तलाशी ली. कमरे में बियर की कई बोतले, नमकीन, चिप्स के पैकेट, आदि के पैकेट दिखाई दिए. वहां के माहोल कर देख कर लग रहा था जैसे दोतीन लोगों ने मिल कर रात में पार्टी मनाई हो. रोहित में कोई एब नहीं था. पुलिस के सामने एक ही सवाल था रोहित की हत्या किसने और क्यों की?
पुलिस ने रोहित के मोबाइल की डिटेल निकलवायी. घटना की रात को उसकी बात एक नंबर पर कई बार बात हुई थी. वह नंबर राजस्थान के प्रेमकुमार नाम के किसी व्यक्ति का था. घटना वाली रात के समय उसका लोकेशन इंदौर के आसपास का था.
अगले दिन रोहित का अंतिम संस्कार करने के बाद पुलिस ने पूजा को हिरासत में ले लिया. यह देखकर रोहित के परिजन हैरान रह गए. कुछ पूछते उनकी जिज्ञासा को शांत करते हुए पुलिस ने बताया, रोहित का असली हत्यारा तो प्रेमकुमार है जिसे पुलिस ने राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया है. अफसोस की बात यह है कि रोहित की हत्या की प्लानिंग आपकी बहू पूजा ने बनाया था.
रोहित के परिजनों को इस बात पर विश्वास नहीं हो रहा था. पूजा बारबार रोहित की हत्या की साजिश रचने से इंकार कर रही थी. लेकिन जब अपने सामने प्रेमकुमार को देखा तो वह टूट गई. उसने पुलिस को बताया कि एक सप्ताह पहले जब उसने रोहित के मुंह से यह बात सुनी की वह अब देहरादून में रहने के लिए आ रहा है तो वह परेशान हो गई. वह प्रेमकुमार को चाहने लगी थी. रोहित के देहरादून पहुंचने के बाद उसका और प्रेमकुमार का मिलना ही बंद हो जाएगा. इसलिए उसने सोचा रोहित को देहरादून पहुंचने के पहले ही रास्ते से हटाना होगा.
जब उसने प्रेमकुमार को यह बात बतायी तो वह चौंक गया, लेकिन पूजा को पाने के लिए वह भी पूजा का साथ देने के लिए तैयार हो गया. प्लान के मुताबिक पूजा ने रोहित से फोन पर कहा कि वह उसके बर्थडे पर एक खास तोहफा प्रेमकुमार के हाथ भेंज रही है.
रोहित, प्रेमकुमार से सोशल साइट फेसबुक से दोस्त था. यह दोस्ती पूजा ने ही दोनों में कराई थी. दोनों सोशल साइट पर अक्सर चैटिंग करते थे. जब उसने सुना प्रेमकुमार उससे मिलने आ रहा है तो उसने रात में छोटी-सी पार्टी का आयोजन कर लिया. इंदौर आने से पहले प्रेमकुमार व रोहित में कई बार मोबाइल पर भी बात हो चुकी थी. रोहित उसे लने के लिए स्टेशन गया. प्रेमकुमार के हाथों में कोई तोहफा न देख कर उसे काफी गुस्सा आया पर उसने अपने गुस्से को पी लिया. उस वक्त रोहित को क्या पता था कि उसकी पत्नी उसके लिए मौत का तोहफा भेंजा है.
घर पर पहुंचने के बाद दोनों ने शराब पी. इस दौरान प्रेमकुमार ने रोहित को अधिक मात्रा में शराब पिला दी. जैसे ही रोहित बिस्तर पर गिर गया. प्रेमकुमार की आंखें चमक उठी. उसने सबसे पहले रोहित के मुंह में रूई ठुंस दी ताकि हत्या के वक्त वह तेज आवाज में चिल्ला न सके. उसने तकिए से गला दबा कर उसकी हत्या कर दी. इसके बाद वह रोहित के कमरे में बाहर से ताला लगा दिया.
पूजा को दिल की बीमारी थी. इस बारे में सारी बातें रोहित को पता थी. इसके बावजूद उसने पूजा से प्यार किया फिर शादी भी की. वह पूजा को सुखी व खुशी देखना चाहता था. इसके लिए वह दिन रात मेहनत कर रहा था. ताकि पूजा के आपरेशन के लिए जल्दी से रूपए कमा सके. जबकि पूजा रोहित को धोखा देकर प्रेमकुमार के साथ अय्यासी कर रही थी.
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