Crime Story short : पुलिस बन कर करते थे ठगी
पुलिस बन कर करते थे ठगी
नागपुर पुलिस ने फर्जी पुलिस के एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो काॅलगर्ल के घर पर उस वक्त छपा मारते थे. जब ग्राहक काॅलगर्ल के साथ मौजमस्ती कर रहा होता था. यह छापा असली पुलिस बन कर मारते थे. पिछले कुछ समय से इस गिरोह ने पुलिस की नाक में दम कर रखा था. फर्जी पुलिस द्वारा लुटे जाने के काफी शिकायत नागपुर के विभिन्न थानों में दर्ज हो चुके थे.
गिरोह के सदस्य काफी चालाकी से काम को अंजाम दे रहे थे. पुलिस को काफी समय बाद क्लू मिला कि एक काॅलगर्ल के पास जब कोई बड़ा आसामी मौजमस्ती करने आता है, उस वक्त गिरोह के सदस्य असली पुलिस बन कर वहां छापा मारते थे.
पुलिस के फर्जी छापे बिलकुल असली छापे की तरह होते थे. इससे ग्राहक बूरी तरह से घबरा जाता था. अपनी इज्जत बचाने के लिए ग्राहक पुलिस के हाथ पैर जोड़ कर कार्यवाही न करने की मांग करते थे. तब नकली पुलिस वाले इसके बदले लाखों रूपए का सौदा करते थे.
पुलिस पिछले आठ माह से इस गिरोह को पकड़ने की कोशिश में थी. पर यह इतनी चालाकी से अपने काम को अंजाम दे रहा था कि वह पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ रहा था. गिरोह को घेरने के लिए पुलिस दस्ते ने शिवा प्रिया टाॅवर में एक फ्लैट किराए पर लिया. इसी टाॅवर सारिका भी रहती थी. पुलिस टीम की सारिका की हर गतिविधियों पर निगाह रखने लगी. जैसे ही फर्जी पुलिस वालों ने हमेशा की तरह छापा मारा, असली पुलिस भी इसके लिए तैयार थी. पुलिस ने उन्हें दबोच लिया.