Honeymoon Cystitis in hindi | हनीमून सिस्टाईटिस: नवविवाहिताओं की आम समस्या | इससे बचाव कैसे करें?
Honeymoon Cystitis in hindi | हनीमून सिस्टाईटिस: |
हनीमून की मौज-मस्ती से आकाश व रेखा तीन दिन बाद घर लौटे थे. आकाश अभी ठीक से रिलेक्स भी नहीं हो पाया था कि रेखा बाथरूम से लौट कर रोने लगी. आकाश घबरा गयाा. पूछने पर रेखा ने बताया, उसे पेशाब करने में तकलीफ हो रही है. पेशाब बूंद-बूंद आ रही है. तकलीफ के मारे रेखा जोर-जोर से रोने लगी. इतने में वह दुबारा बाथरूम गयी. इस बार भी उसे ठीक से पेशाब नहीं हुयी. तकलीफ बढ़ती ही जा रही थी.
हनीमून सिस्टाईटिस Honeymoon cystitis
आकाश ने जल्दी से फोन करके फेमिली डाक्टर को बुलाया. डाॅक्टर ने चेक करने के बाद कहा, कोई परेशानी की बात नहीं है. यह मूत्रनली में संक्रमण या सहवास की वजह से अंग में उत्पन्न चोट की वजह से यह शिकायत हुयी है. उसे हनीमून सिस्टाईटिस कहते है. डाॅक्टर ने कुछ दवाईयां दी. इसके खाने से रेखा को राहत मिल गयी.
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महिलाओं को मूत्र पीड़ा की समस्या Problem of urination for women
मूत्र पीड़ा की समस्या महिलाओं को होना आम बात हैं. प्रसिद्ध यूरोलाॅजी डां. एन. सी. गुप्ता ने एक मुलाकात में बताया, महिलाओं का मूत्रमार्ग व मलद्वार नजदीक होने की वजह से मूत्र मार्ग में संक्रमण होने का भय अधिक होता है. जिसकी वजह से मूत्र विकार या मूत्र पीड़ा की शिकायत उत्पन्न हो जाती है.
महिलाओं में मूत्र विकार उत्पन्न होने के कारण Causes of urinary disorders in women
महिलाओं में मूत्र विकार उत्पन्न होने के कई कारण है. सहवास के दौरान लगी चोट, प्रसूति के पश्चात बच्चेदानी और मूत्र मार्ग में पड़ने वाला दबाव, गर्भाश्य के रोगों के इलाज के लिए किये जाने वाले भौतिक उपाय से उत्पन्न विकार, बच्चेदानी, डिंबाशय, डिंबनली, आतों में संक्रमण, मूत्र पिंडों में संक्रमण, मधुमेह, गले व फेफड़े के संक्रमण रक्त द्वारा मूत्र स्थान तक पहुंच जाना आदि माध्यम से मूत्र संस्थान में विकार उत्पन्न हो जाते हैं.
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कई प्रकार के गुप्त रोग, गनोरिया, सिफलिस, पुरूष के अंग में किसी प्रकार का संक्रमण महिलाओं के मूत्र मार्ग में विकार उत्पन्न करते है. इनके अलावा कुपोषण, यकृत की बीमारी, रीढ़ की हड्डी में किसी प्रकार का विकार, मूत्र मार्ग में रूकावट, मूत्र थेैली में सूजन, मूत्र की थैली में पथरी, मूत्र मार्ग का कैंसर, किडनी की बीमारी आदि कारणों की वजह से मूत्र पीड़ा की शिकायत उत्पन्न हो जाती है.
Honeymoon Cystitis in hindi | हनीमून सिस्टाईटिस: नवविवाहिताओं की आम समस्या | इससे बचाव कैसे करें? |
महिलाओं में मूत्र विकार के लक्षण Symptoms of urinary disorder in women
मूत्र मार्ग में किसी प्रकार के संक्रमण उत्पन्न होने पर बार-बार पेशब करने की इच्छा होती है. यह इच्छा एक दो घंटे बाद या एक दो मिनट बाद भी हो सकती है. पेशाब से लौटने के बाद दुबारा पेशब करने की इच्छा होती है. पेशाब की इच्छा इतनी तीव्र होती है कि ऐसा महसूस होता है कि कपड़े में पेशाब हो जायेगा. पेशाब करने जाने पर होती नहीं या बूंद -बंूद पेशाब होती है. कभी-कभी पेशाब के साथ खून भी आने लगता है. दर्द नाभि, योनि के आस-पास, गुदा मार्ग के मध्य भी होता है. लगातार पेशाब की जलन व दर्द की वजह से मूंह सूखना, प्यास अधिक लगना, सिरदर्द, सुस्ती, चक्कर, भूख में कमी, अनिंद्रा, मानसिक तनाव की शिकायत भी दिखायी देने लगती हैं.
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तुरन्त डाॅक्टर को दिखाएं See a doctor right away
मूत्र पीड़ा की किसी भी प्रकार की समस्या दिखायी देने पर तुरन्त डाॅक्टर को दिखाना चाहिए. जिससे उस बीमारी के रोकथाम के शीघ्र उपाय किये जा सके. इसके लिए सबसे पहले मूत्र की जांच की जाती है. पेशाब की जांच कर उसमें मौजूद वैक्टरियों की संख्या, पस या अन्य कोशिकाओं, रक्त कणिकाओं, पेशाब में अम्ल या अम्लीयता की जांच कर रोग का पता लगाया जाता हैं.
विशेष ध्यान देने की आवश्यकता Need special attention
आवश्यकता होने पर एक्सरे, अल्ट्रासांउड, एंडोस्कोपी द्वारा जाचं की जाती हैं. अंदरूनी जांच के अलावा ‘यूरिन कल्चर’ टेस्ट भी किया जाता है. डाॅक्टर गुप्ता का कहना है कि मूत्र संक्रमण को किसी भी प्रकार के समस्या का इलाज समय से करवा लेना चाहिए. अन्यथा यह समस्या आगे चल कर काफी परेशान दायक होती है. डाक्टर द्वारा बतांए दवा का कोर्स पूरा करंे. अधूरा इलाज से दुबारा संक्रमण का भय रहता है. मूत्र मार्ग के संक्रमण के बचाव के लिए मूत्र मार्ग को हमेशा साफ-सुथरा रखना चाहिए. महावारी के दिनों में विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है. (Copyright Maanoj Mantra)